Happy Makar Sankranti 2022 - infoadda007

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Happy Makar Sankranti

मकर सक्रांति का त्यौहार बड़ा ही महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि इस दिन गंगा नदी में स्नान करने वाले सभी लोगों के पाप धुल जाते हैं और आज का दिया जाने वाला दान 100 गुना बढ़कर आपको पुनः प्राप्त होता है इसीलिए इस दिन का अवसर जरूर उठाएं। 

क्योंकि यह प्रक्रिया हर 6 महीने में होती है और आप हर 6 महीने का इंतजार नहीं कर सकते इसीलिए मकर सक्रांति वाले दिन अपने सारे कामों को सफल बना ताकि आपके आने वाले भविष्य में किसी भी प्रकार की परेशानी ना आए। त्यौहार  को त्यौहार की भांति ही मनाना चाहिए। क्योंकि इन में ऐतिहासिक प्रेरणा होती है और हमारे भविष्य से जुड़ी हुई कुछ अनोखी महत्वपूर्ण बातें। 


भारत का एक प्रमुख मकर सक्रांति त्यौहार जो हर राज्य में भिन्न-भिन्न तारीखों से मनाया जाता है। 

Happy Makar Sankranti, भारत का एक प्रमुख त्यौहार है मकर सक्रांति को पूरे भारत और नेपाल में किसी न किसी रूप में इस को मनाया ही जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन सूर्य धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं तभी इस त्यौहार को मनाया जाता है। 

वर्तमान शताब्दी में यह त्यौहार जनवरी महीने के चौधरी दिन को पड़ता है इस दिन सूर्य धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करता है। इस त्यौहार का एक आश्चर्यचकित नजरिया यह भी है किस त्यौहार को पूरे भारत में भिन्न-भिन्न नामों से मनाया जाता है। जैसे कि तमिलनाडु में इसे ' पोंगल ' नाम से मानते हैं और तमिलनाडु में Makar Sankranti त्यौहार को पोंगल के रूप में मनाया जाता है। 

जबकि कर्नाटक, केरला और भी कई राज्यों में इसे केवल ' सक्रांति ' ही कहा जाता है और सक्रांति के रूप में त्यौहार 14 जनवरी को मनाया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन भारत के ज्यादातर लोग गंगा नदी में स्नान कर कर अपने सारे पापों को धोया जा सकता है क्योंकि इसी दिन गंगा नदी का निर्माण हुआ। 

मकर सक्रांति सिर्फ यही एक ऐसा त्यौहार है जिसे अलग-अलग नाम वह अलग-अलग नाम की भांति के रीति रिवाज द्वारा पूरे भारत में धूम-धाम से मनाया जाता है और इस दिन धन यह किसी दूसरी चीज को दान देना बड़ा ही सुबह माना जाता है। और भारत में मकर सक्रांति विभिन्न रूपों में मनाया जाता है। 


मकर सक्रांति त्यौहार का भारत के राज्यों में भिन्न-भिन्न नामो से मनाया जाता है। 

भारत में इस त्यौहार को मनाने के जितने अधिक रूप प्रचलित हैं उतने किसी अन्य त्यौहार में नहीं होते। क्योंकि पूरे भारत में इस त्यौहार को मनाया जाता है परंतु अलग-अलग नामों से। जैसे :- कि हम आपको बता सकते हैं कि इनको किन-किन राज्यों में किस किस नाम से पुकारा जाता है। 

छत्तीसगढ़, गोवा, उड़ीसा, हरियाणा, बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, गुजरात, उत्तर प्रदेश, सिक्किम, मणिपुरम, उत्तराखंड और जम्मू इन सभी में इसे ' मकर सक्रांति ' के रूप में जाना जाता है। 

तमिलनाडु, में ' पोंगल ' के नाम से मनाया जाता है गुजरात और उत्तराखंड में इसे ' उत्तरायण ' के नाम से जाना जाता है कश्मीर घाटी में इसे ' शिशु संक्रांत ' के नाम से मनाया जाता है हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब में इसे ' मकर सक्रांति ' के रूप में मनाया जाता है। 


मकर सक्रांति के दिन ' दान ' करना बड़ा ही भाग्यशाली मन जाता है। 

इस दिन मकर सक्रांति के दिन ' दान, धार्मिक क्रियाकलापों को विशेष महत्व दिया जाता है और ऐसी धारणा भी है कि इस दिन दिया गया ' दान ' 200 गुना बढ़कर पुन: प्राप्त होता है और इस दिन शुद्ध घी और कंबल का दान मोक्ष की प्राप्ति करवाता है जैसा कि नीचे बताए गए इस श्लोक में स्पष्ट होताहै । 

माघे मासे महादेव: यो दास्यति घृतकम्बलम।
स भुक्त्वा सकलान भोगान अन्ते मोक्षं प्राप्यति॥ 
( यह श्लोक एक नेपाली भाषा में लिखा गया है। )


आधुनिक युग में मकर सक्रांति त्यौहार कैसे बनाया जाता है। 

मकर सक्रांति का यह त्यौहार आजकल के दौर में लोगों को मोबाइलों के द्वारा संदेश भेज कर मनाया जाता है। क्योंकि किसी का कोई रिश्तेदार, तो किसी का कोई भाई कहीं दूर दराज में बैठा होता है। जहां से वह अपने घर जाकर त्यौहार नहीं बनाया जा सकता परंतु इसी वजह से आधुनिक युग में इस त्यौहार को Happy Makar Sankranti में Message, WhatsApp, Instagram, Facebook, के द्वारा Happy Makar Sankranti बनाया जाता है। 


Happy Makar Sankranti 

मकर सक्रांति की आप सभी को हमारी तरफ से ढेर सारी बधाइयां हम आशा करते हैं कि आप हर साल की तरह इस साल भी इस त्यौहार को बड़े धूमधाम के साथ मनाएंगे। 

हम आप सभी से आशा करते हैं कि आप मकर सक्रांति के इस त्यौहार पर सभी खुशियां मनाएंगे। झूमो, नाचो, गाओ और मजे करो। 

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